शाह अस्त हुसैन क्या ये अश्आ़र ग़रीब नवाज़ के हैं ?



शाह अस्त हुसैन बादशाह अस्त हुसैन क्या ये अश्आ़र ग़रीब नवाज़ के हैं ?

ह़ुज़ूर शारेह़े बुख़ारी मुफ़्ती शरीफ़ुलह़क़ अमजदी अलैहि रहमा फ़रमाते हैं:

बा वजूदे ततब्बोअ़् ताम व इस्तिक़रा ह़त्तल इमकान के ता-हनूज़ (पूरी कोशिश और तलाश के बा-वजूद अभी तक) ह़ज़रत सुलत़ानुल हिन्द ख़्वाजह ग़रीब नवाज़ अलैहि रहमा या उनके सिल्सिले के बुज़ुर्गों या हिन्दुस्तान के मोअ़्तमद मुस़न्निफ़ीन की तस़नीफ़ात (मोअ़्तबर लेखकों की किताबों) में कहीं इस रुबाई़ का तज़किरह नहीं

क़िस़्स़ास़ क़िस्म के वाइ़ज़ीन (क़िस़्स़ह कहानी कहने वाले मुक़र्रिरीन) बड़े त़ुमत़राक़ (डींग शेख़ी) से इसे ह़ज़रत ग़रीब नवाज़ की त़रफ़ मन्सूब करते हैं मैं ने उन क़िस़्स़ास़ीन (क़िस़्स़ह कहानी सुनाने वालों) से पूछा कि इसकी क्या सनद है तो अब तक कोई भी इसकी सनद नहीं पेश कर सका किसी ने बाज़ारी रिसालों का नाम लिया, किसी ने और किसी वाइ़ज़ (मुक़र्रिर) का ह़वालह दिया ह़द येह है कि ग़रीब नवाज़ क़ुदस शरह की त़रफ़ एक दीवान (अश्आ़र की किताब) मन्सूब है उसमें भी येह रुबाई़ नहीं है ग़रज़ कि अब तक येह साबित नहीं कि ह़ज़रत सुल्त़ानुल हिन्द की रुबाई़ है 

ह़ज़रत ख्वाजह ग़रीब नवाज़ अलैहि रहमा के आस्तानह आ़लियह पर मैं ने येह रुबाई़ कहीं कन्दह (लिखी हुई) नहीं देखी हो सकता है (कहीं) कंदह (लिखा) हो मैं ने दसों बार की ह़ाज़िरी के बा-वजूद कत्बात पढ़ने की भी कोशिश नहीं की, मेरा ज़ौक़ येह है कि जितनी देर कत्बात के पढ़ने में मस़रूफ़ रहूँ उतनी देर मुवाजहे अक़दस में क्यूं न वक़्त गुज़ारूँ और अगर बिल्-फ़र्ज़ येह रुबाई़ वहाँ कन्दह (लिखा) हो भी तो येह इसकी दलील नहीं कि रुबाई़ ह़ज़रत की है गुम्बदे पाक अगरचे ह़ज़रत सुलत़ानुत् तारिकीन स़ूफ़ी ह़मीदुद्दीन नागौरी क़ुदस शरह ने बनवाया है मगर बअ़्द में बहुत इज़ाफ़े हुए हैं क्या पता किसने येह रुबाई़ लिखवाई है येह स़ह़ीह़ है कि रुफ़ाज़ (राफ़िज़ियों शीओ़) ने दसीसह कारी (फ़रेब, धोका) करके दीवाने ह़ाफ़िज़ और मस्नवी शरीफ़ में बहुत कुछ इलह़ाक़ात (ज़्यादती इज़ाफ़ा) कर दिए हैं ह़ज़रत शैख़े मुह़क़्क़िक़ की इस वक़्त तक 25 तस़ानीफ़ (किताबों) का मुत़ालअ़ह कर चुका हूँ कहीं भी इस रुबाई़ का ज़िक्र नहीं

 [फ़तावा शारेह़े बुख़ारी, जिल्द 02 सफा नः 204 /205 ]

वल्लाहो आलमु बिस्सवाब 

कत्बा नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी खतीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हजरत मन्सूर शाह रहमातुल्ला अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जिला फतेहपुर उत्तर प्रदेश 


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