अस्सालामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
क्या फरमातें है उलमाए एकराम व मुफ्तियान ए एजा़म मसअला के बारे में कि अगर लोटे से वुजू किया और बचा हुआ पानी पी लिया जाए तो क्या उससे भी बिमारियां दूर होती है बहवाला जवाब इनायत फरमाएं मेहरबानी होगी आपकी फक्त वस्सालाम
साइल> मोहम्मद आबिद हुसैन जम्मू-कश्मीर
व अलैकुम अस्सालाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
अल जवाब अल्ला हुम्मा हिदायतु अलहक़ बिस्सावाब
जी हा बिल्कुल वुजू के बचे हुए पानी पीने से बिमारियों से शिफा हासिल होती है
जैसा कि अश्शाह इमाम अहमद रजा़ खान फाजले बरैलवी अलैहि रहमा फरमातें है कि बक़िया वुजू के लिए शरअन अजमत व इहतेराम है और नबी करीम सल्लाहो अलैहि वस्सलम से साबित है कि हुजूर ने वुजू फरमाकर बक़िया आब को खड़े हो कर नोश फरमाया और एक हदीस मे रवायत किया गया कि उसका पीना (70) मर्ज़ से शिफ़ा है तो वो उन ऊमूर मे आबे ज़मज़म से मुशाबहत रखता है
(हवाला फ़तावा रिज़विया शरीफ ज़िल्द 04/ सफा नः 575 मतबुआ रजा़ फाउंडेशन लाहौर)
लेहाज़ा मालूम हो गया कि वुजू का बचा हुआ पानी पीने से (70) बिमारियां दूर होती हैं
वल्लाहो आलमु बिस्सवाब
कत्बा नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी खतीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हजरत मन्सूर शाह रहमातुल्ला अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जिला फतेहपुर उत्तर प्रदेश