क्या काफिर की मैय्यत मे शामिल होने से निकाह टूट जाता है



अस्सालामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु

क्या फरमातें है उलमाए एकराम व मुफ्तियान ए एजा़म मसअला के बारे में कि अगर हिंदू काफिर के मैय्यत मे जाने से निकाह टूट जाता है या नहीं बहवाला जवाब इनायत फरमाएं मेहरबानी होगी आपकी फक्त वस्सालाम


साइल> मोहम्मद शहरोज़ आलम बिंदकी फतेहपुर उत्तर प्रदेश 

व अलैकुम अस्सालाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु

अल जवाब अल्ला हुम्मा हिदायतु अलहक़ बिस्सावाब

सिर्फ हिन्दू की मैय्यत मे जाने से निकाह नही टुटता लेकिन गुनहगार जरूर होता है 

जैसा कि इसी तरह के एक सवाल के जवाब में फक़ीहे आज़म हिन्द हजरत अल्लामा व मौलाना मुफ्ती मोहम्मद शरीफुल हक़ अमजदी अलैहि रहमा तहरीर फरमाते है कि हिन्दू की अर्थी के साथ एक क़दम भी चलना गुनाह है मगर उससे उसकी बीवी उसके निकाह से नही निकलेगी 

(बा हवाला फतावा शरह बुखारी ज़िल्द 02 सफा नः 559)

वल्लाहो आलमु बिस्सवाब

कत्बा नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी खतीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हजरत मन्सूर शाह रहमातुल्ला अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जिला फतेहपुर उत्तर प्रदेश

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