जिब्रील अलैहिस्सलाम को हुजूर का ग़ुलाम कहना कैसा?
अस्सालामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
क्या फरमातें है उलमाए एकराम व मुफ्तियान ए एजा़म मसअला के बारे में कि हज़रत जिब्रील अलैहिस्सलाम को हुजूर का गुलाम कहना कैसा बहवाला जवाब इनायत फरमाएं मेहरबानी होगी आपकी फक्त वस्सालाम
साइल> मोहम्मद अलाउद्दीन यू पी
व अलैकुम अस्सालाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
अल जवाब अल्ला हुम्मा हिदायतु अलहक़ बिस्सावाब
बिल्कुल हज़रत जिब्रील अमीन हुजूर अकरम सल्लाहो अलैहि वस्ल्लम के खादिम ही है ये उनकी शान ही है न कोई तकसीर का पहलु शहाबुद्दीन खुफ़्फाजी शरख शिफा मे फरमातें है कि
وروي أن جبريل عليه الصلاة والسلام مسك ركابه وميكائيل عليه الصلاة والسلام زمامه، ومن هنا علم أن قول بعض الشعراء في مدحه ﷺ جبريل خادمه وميكائيل ليس بمنكر لما فيه من ترك الأدب كما توهم
तर्जुमाः मरवी है कि हज़रत जिब्रील अलैहिस्सलाम ने नबी करीम सल्लाहो अलैहि वस्ल्लम के बुर्राक़ की रक़ाब थामी और मिकाईल अलैहिस्सलाम ने उसकी लगाम पकड़ी उससे बाज शोअरा का ये कहना कि जिब्रील और मिकाईल नबी करीम सल्लाहो अलैहि वस्ल्लम के ख़ादिम है ना पसंदीदा या बे अदबी नही है जैसा कि बाज लोगों को वहम हुआ है
(बा हवाला नसीम उल रियाज़ ज़िल्द 01/ सफा नः 131)
वल्लाहो आलमु बिस्सवाब
कत्बा हज़रत अल्लामा व मौलाना नदीम इब्न अलीम अल मसबूर अल ऐैनी मुम्बई महाराष्ट्र
हिंदी ट्रांसलेट मोहम्मद शफीक़ रजा़