देवबंदी के पीछे नमाज़ पढ़ना क्यु मना है ?



अस्सालामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु

क्या फरमातें है उलमाए एकराम व मुफ्तियाने एजा़म मसअला के बारे में कि देवबंदी के पीछे नमाज़ पढ़ना क्यु मना है बहवाला जवाब इनायत फरमाएं मेहरबानी होगी आपकी फक्त वस्सालाम

साइल> मोहम्मद आफताब अहमद जम्मू कश्मीर 

व अलैकुम अस्सालाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु

अल जवाब अल्ला हुम्मा हिदायतु अलहक़ बिस्सावाब

उला देवबंदी की खुद की नमाज़ नही उसकी इकतेदा मे कैसे क्यूँ कर होगी इसलिए कि नमाज़ अल्लाह रब्बुल इज्ज़त की तरफ एक तोह्फ़ाए अज़ीम है जो उसने अहले ईमान को अता फरमाया है खुद कुरआन मे फरमाता है 

يَا أَيُّهَا الَّذِينَ آمَنُوا إِذَا قُمْتُمْ إِلَى الصَّلَاةِ فَاغْسِلُوا وُجُوهَكُمْ وَأَيْدِيَكُمْ إِلَى الْمَرَافِقِ

तर्जुमाः एै ईमान वालो जब तुम नमाज़ के लिए खड़े अलख..... तो मजकूरा आयतें करीमा से जाहिर है कि नमाज़ वही पढे़ जो साहबे ईमान है तो देवबंदी वहाबी वगैरह सब के सब अपने अका़ईद कुफ्रिया के सबब दाएरे इस्लाम से खारिज है उनके कुछ अका़ईद बातिला मुलाहिजा हो (01) खुदा झूठ बोल सकता है और बोला भी है रिसाला एकरोजा़ सफा नः 154 (02)नबी करीम सल्लाहो अलैहि वस्ल्लम की बाज उलूमे गैबिया का सुबूत बाज बच्चे व पागल व जमीअ हैवानात व बहाइम के इल्म के मुशाबा है (हिफ्ज़ुल अमाल सफा नः 07

(03) शैतान लईन का इल्म हुजूर के इल्म से जाइद है बराहीन कातिया सफा नः 55) नआउजबिल्लाह) इसके अलावा उनके बे शुमार अका़ईद काजिबा हैं उनकी मजकूरा व दिगर कुत्ब का मुताला करें लेहाजा ये सब काफ़िर है इस वजह से उनके पीछे नमाज़ हरगिज हरगिज नही हो सकती बल्कि उनकी नही हो सकती 

वल्लाहो आलमु बिस्सवाब

कत्बा क़ारी उबैद उल्ला हन्फी़ बरैलवी 

हिन्दी ट्रांसलेट मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी 

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

Responsive Ad