सवाल ➻ व्हाट्सएप वगैरा पर ऐसे मैसेज़ देखने को मिलते हैं जिनमें लिखा होता है कि आगे भेजोगे तो फाइदा होगा और नहीं भेजोगे तो नुक़सान होगा क्या ऐसा होता है ?
जवाब ➻ इस तरह कहना सही नहीं है और किसी के इस तरह कह देने से नफा और नुक़सान नहीं होता क़ुरआने पाक में है और तुम्हारे चाहने से कुछ नहीं होता मगर वही होता है जो अल्लाह चाहे सारे जहां का रब (सूरत तकबीर आयत 29)
और हदीस शरीफ में है जान लो कि अगर सारी क़ौम तुम्हें नफा देना चाहे तो नहीं दे सकती है मगर वही जो अल्लाह ने तुम्हारे लिए लिख दिया है और अगर सारी क़ौम तुम्हें नुक़सान पहुंचाना चाहे तो नहीं पहुंचा सकती है मगर वही जो अल्लाह ने तुम पर लिख दिया है
(तिर्मिज़ी शरीफ)
नोट हमें चाहिए कि इस तरह की बेबुनियाद बातें ना फैलाएं और ना इन पर यक़ीन करें क्योंकि यह सब हमारे ईमान को कमज़ोर करने वाली चीजें हैं
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश
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