सवाल शिया कहते हैं हम मुहर्रम में जो कुछ करते हैं सब अहले बैत शोहदाए करबला की महब्बत में करते हैं उसका क्या जवाब है ?
जवाब खतीबे पाकिस्तान हजरत मौलाना मुहम्मद शफी औकाडवी रहमतुल्लाह अलैह फरमाते हैं सियाह कपड़े पहनना कपड़ों का फाड़ना ग्रिवान चाक चाक करना बाल बिखेरना सर पर खाक डालना सीना कूबी करना और रानों पर हाथ मारना और घोड़ा और ताज़िया वगैरह निकालना यह सब नाजाइज़ व हराम है और बातिल है। अगर यह बातें जाइज़ दलीले महब्बत और बाईसे सवाब होती तो इमाम ज़ैनुल आबिदीन या दिगर अइम्मए अहले बैत रदियल्लाहु अन्हुम उन को करते। कोई साबित नहीं कर सकता कि उन्होंने ऐसा किया हो बल्कि उन से इन (कामों) की मुमानअत है
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश
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