क़ुरआन शरीफ खुला छोड़ दिया तो क्या शैतान उसे पढ़ने लगेगा
सवाल ➻ आवाम में मशहूर है कि जब क़ुरआन शरीफ पढ़ रहे हो और कहीं उठकर जाना पड़ जाए तो उसे बंद कर देते हैं और कहते हैं कि अगर बंद नहीं किया तो शैतान क़ुरआन शरीफ पढ़ने लगेगा तो क्या यह बात दुरुस्त है कि शैतान क़ुरआन बढ़ता है ---??
जवाब ➻ मुसलमानों में यह दस्तूर है कि क़ुरआन मजीद पढ़ते वक्त अगर उठकर कहीं जाते हैं तो उसे बंद कर देते हैं खुला हुआ छोड़कर नहीं जाते यह अदब की बात है मगर बाज लोगों में मशहूर है कि अगर खुला हुआ छोड़ दिया जाये तो शैतान पड़ेगा यह बात गलत है इसकी कोई असल नहीं
📚 इस्लाहे आवाम व कु़त्बे फिक़्ह
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश
एक टिप्पणी भेजें