❆ निसाब का बयान ❆

       

⚘❆ निसाब का बयान ❆ ⚘

मसला ➲मकांन ए सुकूनत इतना बड़ा है के उसका एक हिस्सा उस के जादे गर्मी की सुकूनत के लिए काफ़ी हो और दूसरा हिस्सा हाजत से ज़ाइद हो और उसकी क़ीमत तन्हा या उसी क़िस्म के माल मेँ मिलकर निसाब तक पहुंचे जब भी क़ुर्बानी वाजिब है।
📬 फतवा रज़विय्यह जिल्द 8 सफह 389 📕
मसला ➲ गर्मी जादे के बिछोने हाजत में दाखिल हैं और तीसरा बिछोना जो हाजत से ज़ाइद है है उसका ऐतबार होगा।
मसला ➲ किसी के पास 2 कार हैं अगर एक से ज़रुरत पूरी हो सकती है और दूसरी ज़ाइद है तो अग़र दूसरी की क़ीमत निसाब को पहुँच जाए क़ुर्बानी वाजिब है।
मसला ➲ 2 मोटर साइकिल हैं एक से ज़रुरत पूरी हो सकती हो तो दूसरी वाली मोटर साइकिल हाजत से ज़ाइद है और दूसरी मोटर साइकिल की क़ीमत निसाब को पहुच जाए तो क़ुर्बानी वाजिब है।
मसला ➲ बर्तन कुछ इस्तेमाल हो रहे हैं और कुछ रखे हुये हैं तो रखे हुये बर्तन ज़ाइद हैं उसका भी ऐतबार होगा।

मसला ➲ टीवी वीडियो कैमरा वगैरह हाजत ए अस्लिययह से नहीं लिहाज़ा अगर उनकी क़ीमत निसाब को पहुँच जाए तो क़ुर्बानी वाजिब है
मसला ➲ फिर्ज़ वाशिंग मशीन मिक्सर मशीन वगैरह हाजत ए अस्लिययह में है।
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश

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