सवाल नमाज़ में कितनी चीजें फ़र्ज़ हैं
जवाब नमाज़ में छः (6) चीजें फ़र्ज़ हैं।
(1) क़याम
(2) क़िराअत
(3) रुकू
(4) सजदा
(5) क़ाअदा ए आख़िरा
(6) ख़ुरूजे बिसिन'इही
सवाल क़याम फ़र्ज़ है इसका क्या मतलब है
जवाब इसका मतलब ये है के खड़े हो कर नमाज़ अदा करना ज़रूरी है तो अगर किसी ने बग़ैर उज्र बैठ कर नमाज़ पढ़ी तो ना हुई ख़्वा औरत हो या मर्द, हां नफ़िल नमाज़ बैठ कर पढ़ना जाइज़ है📚 बहारे शरीअत)
सवाल क़िराअत फ़र्ज़ है इसका क्या मतलब है
जवाब इसका मतलब ये है के फ़र्ज़ की दो (2) रकअतों में और वित्र सुन्नत और नफ़िल की हर रकअतों में क़ुरआन शरीफ़ पढ़ना ज़रूरी है तो अगर किसी ने इन में क़ुरआन न पढ़ा तो नमाज़ न होगी 📚 बहारे शरीअत
सवाल क़ुरआन मजीद आहिस्ता पढ़ने का अदना दर्जा क्या है,
जवाब आहिस्ता पढ़ने का अदना दर्जा ये है के ख़ुद सुने अगर इस क़दर आहिस्ता पढ़ा के ख़ुद न सुना तो नमाज़ न होगी 📚 आलम गीरी 📚 बहारे शरीअत
सवाल रुकू का अदना दर्जा क्या है
जवाब रुकू का अदना दर्जा ये है के हाथ घुटने तक पहुंच जाए और पूरा रुकू ये है के पीठ सीधी बिछा दे और सर पीठ के बराबर रखे ऊंचा नीचा न रखे
सवाल सजदा की हक़ीक़त क्या है
जवाब पेशानी ज़मीन पर जमना सजदा की हक़ीक़त है और पांव की एक उंगली का पेट ज़मीन से लगना शर्त है यानी कम से कम पांव की एक उंगली को मोड़ कर क़िब्ला रुख़ करना ज़रूरी है तो अगर किसी ने इस तरह सजदा किया के दोनों पांव ज़मीन से उठे रहे तो नमाज़ न हुई बल्के सिर्फ़ उंगली की नौक ज़मीन से लगी जब भी नमाज़ न हुई 📚 बहारे शरीअत
सवाल कितनी उंगलियों का पेट ज़मीन से लगना वाजिब है
जवाब दोनों पांव की तीन तीन उंगलियों का पेट ज़मीन से लगना वाजिब है
सवाल क़अदा ए आख़िरा का क्या मतलब है
जवाब नमाज़ की रकअतें पूरी करने के बाद अत्तहीयात व रसूलूहू तक पढ़ने की मिक़दार बैठना फ़र्ज़ है📚 बहारे शरीअत
सवाल ख़ुरूजे बिसिन'इही किसे कहते हैं
जवाब क़अदा ए आख़िरा के बाद नमाज़ को तोड़ देने वाला कोई काम क़सदन (जान बूझ कर) करने को ख़ुरूजे बिसिन'इही कहते हैं लेकिन सलाम के इलावा कोई दूसरा नमाज़ को तोड़ देने वाला काम क़सदन पाया गया तो नमाज़ का दोबारा पढ़ना वाजिब है📚 बहारे शरीअत 📗 अनवारे शरीअत, उर्दू, पेज.54/55/56)
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश
एक टिप्पणी भेजें