किन चीजों से नमाज़ फ़ासिद हो जाती है



सवाल किन चीजों से नमाज़ फ़ासिद हो जाती है

जवाब कलाम (बात) करने से कलाम करने से ख़्वा अमदन हो या ख़ताअन या सहवन अपनी ख़ुशी से बात करे या किसी के मजबूर करने पर बहर सूरत नमाज़ जाती रहेगी, ज़ुबान से किसी को सलाम करे अमदन हो या सहवन नमाज़ फ़ासिद हो जाएगी इसी तरह ज़ुबान से सलाम का जवाब देना भी नमाज़ को फ़ासिद कर देता है, किसी की छींक के जवाब में *या रहमूकल्लाह कहा या ख़ुशी की ख़बर सुन कर जवाब में अलहम्दू लिल्लाह कहा या ताज्जुब ख़ेज़ ख़बर सुन कर जवाब में सुब्हान अल्लाह कहा या बुरी ख़बर सुन कर जवाब में इन्नालिल्लाही व इन्नाइलैही राजीऊन कहा तो इन तमाम सूरतों में नमाज़ जाती रहेगी लेकिन अगर ख़ुद उसीको छींक आई तो हुक्म है के सुकूत करे और अगर अलहम्दू लिल्लाह कह लिया तो भी नमाज़ में हरज नहीं नमाज़ पढ़ने वाले ने अपने इमाम के सिवा दूसरे को लुक़्मा दिया तो नमाज़ फ़ासिद हो गई इसी तरह इमाम को अपने मुक़तदी के इलावा दूसरे का लुक़्मा लेना भी नमाज़ को फ़ासिद कर देता है और ग़लत लुक़्मा देने वाले की नमाज़ जाती रहती है अल्लाहू अकबर की अलिफ़ को खींच कर आल्लाहू अकबर कहना या आकबर या अकबार कहना नमाज़ को फ़ासिद कर देता है इसी तरह अल्लाहू अकबर की (र) को  (द) पढ़ने से नमाज़ फ़ासिद हो जाती है और नस्तईन को अलिफ़ के साथ नस्ताईन पढ़ने से नमाज़ जाती रहती है और अनअम्ता की (त) को ज़बर के बजाय ज़ेर या पेश पढ़ने से नमाज़ फ़ासिद हो जाती है आह  उफ़  तफ़ दर्द या मुसीबत की वजह से कहे आवाज़ के साथ रोए
और हुरुफ़ पैदा हुए तो इन सब सूरतों में नमाज़ जाती रहेगी लेकिन अगर मरीज़ की ज़ुबान से बे इख़्तियार आह या ओह निकले तो नमाज़ फ़ासिद ना हुई इसी तरह छींक, ख़ांसी जमाही और डकार में जितने हुरुफ़ मजबूरन निकलते हैं मुआफ़ हैं दांतों के अन्दर खाने की कोई चीज़ रह गई थी उसको निगल गया अगर चने से कम है तो मकरूह हुई और चने बराबर है तो नमाज़ फ़ासिद हो गई औरत नमाज़ पढ़ रही थी बच्चे ने उसकी छाती चूसी अगर दूध निकल आया तो नमाज़ जाती रही नमाज़ी के आगे से गुज़रना नमाज़ को फ़ासिद नहीं करता ख़्वा गुज़रने वाला मर्द हो या औरत अलबत्ता गुज़रने वाला सख़्त गुनाहगार होता है हदीस शरीफ़ में है के नमाज़ी के आगे से गुज़रने वाला अगर जानता के उसपर क्या गुनाह है तो ज़मीन में धंस जाने को गुज़रने से बेहतर जानता 📚 आलम गीरी 📚 दुर्रे मुख्तार📚 रद्दुलमोहतार 📚 बहारे शरीअत

सवाल क्या दाहिने पांव का अंगूठा अपनी जगह से हट जाए तो नमाज़ टूट जाएगी

जवाब नहीं टूटेगी और अवाम में जो मशहूर है के दाहिने पांव का अंगूठा अपनी जगह से हट जाए तो नमाज़ टूट जाएगी ग़लत है
📚 रद्दुलमुखतार📗 अनवारे शरीअत, उर्दू, सफ़ह 63/64)

कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश

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