सवाल:- दिन व रात में कुल कितनी नमाजें फ़र्ज़ हैं
जवाब:- दिन व रात में कुल पांच नमाजें फ़र्ज़ है फज्र जुहर असर मग़रिब और इशा
सवाल:- फ़ज़्र का वक़्त कब से कब तक है
जवाब:- उजाला होने से फ़ज़्र का वक़्त शुरू होता है और सूरज निकलने से पहले तक रहता है लेकिन खूब उजाला होने पर पढ़ना मुसतहब है
सवाल:- ज़ुहर का वक़्त कब से कब तक रहता है
जवाब जुहर का वक़्त सूरज ढलने के बाद शुरू होता है और ठीक दोपहर के वक़्त किसी चीज़ का जितना साया होता है उसके अलावा उसी चीज़ का दोगुना साया हो जाए तो ज़ुहर का वक़्त खत्म हो जाता है। मगर छोटे दिनों में अव्वले वक़्त और बड़े दिनों में आख़िरे वक़्त पढ़ना मुसतहब है 📚आलम गीरी 📚बहारे शरीअत
सवाल:- असर का वक़्त कब से कब तक रहता है
जवाब ज़ुहर का वक़्त खत्म हो जाने से असर का वक़्त शुरू हो जाता है और सूरज डूबने से पहले तक रहता है, मगर असर में ताखीर हमेशा मुसतहब है लेकिन न इतनी ताखीर के सूरज की टिकिया में ज़र्दी आ जाए 📚दुर्रे मुखर📚बहारे शरीअत
सवाल मग़रिब का वक़्त कब से कब तक रहता है
जवाब:- मग़रिब का वक़्त सूरज डूबने के बाद से शुरू हो जाता है, और उत्तर दक्खिन फैली हुई सफेदी के गायब होने से पहले तक रहता है। मगर अव्वल वक़्त पढ़ना मुसतहब और ताखीर मकरूह 📚आलम गीरी📚बहारे शरीअत
सवाल:- इशा का वक़्त कब से कब तक रहता है।
जवाब:- इशा का वक़्त उत्तर दक्खिन फैली हुई सफेदी के ग़ायब होने से शुरू होता है और सुबह उजाला होने से पहले तक रहता है लेकिन तिहाई रात तक ताखीर मुसतहब और आधी रात तक मुबाह और आधी रात के बाद मकरूह के बाइसे तक़लील जमाअत है
📗अनवारे शरीअत, उर्दू पेज़ 36/37)
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश
एक टिप्पणी भेजें