बच्चे या बड़े ने ज़मीन पर पेशाब पाख़ाना कर दिया या ज़ख़्म वगैरा से खून या पीप या जानवर जब्ह करते वक्त निकला हुवा खून ज़मीन पर गिर गया और बिगैर पानी के वैसे ही किसी कपड़े वगैरा से पूंछ लिया, सूखने और नजासत का असर ख़त्म हो जाने के बाद वोह ज़मीन पाक हो गई। उस पर नमाज़ पढ़ सकते हैं
गोबर से लीपी हुई जमीन
जो ज़मीन गोबर से लीसी या लीपी गई अगर वोह सूख जाए । फिर भी ऐन उस ज़मीन पर नमाज़ जाइज़ नहीं, अलबत्ता ऐसी जमीन जो गोबर से लीसी या लीपी गई हो, उस के सूख जाने के बाद उस पर कोई मोटा कपड़ा बिछा कर नमाज़ पढ़ी तो नमाज़ दुरुस्त होगी
(बहारे शरीअत, हिस्सा : 2, स. 126)
जिन परन्दों की बीट पाक है
(1) चिमगादड़ की बीट और पेशाब दोनों पाक हैं (बहारे शरीअत, हिस्सा : 2, स. 113)
(2) जो हलाल परन्दे ऊंचे उड़ते हैं, जैसे (चिड़िया), कबूतर, मैना, मुर्गाबी वगैरा इन की बीट पाक है (ऐज़न)
📚कपड़े पाक करने का तरीका सफ़ा. 11 12
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश
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