सवाल सास अपने दामाद से और बहू अपने ख़ुसर (ससुर) से पर्दा करे या नहीं
अल जवाब सास अगर जवान है तो दामाद से और ख़ुसर अगर जवान है तो बहू को ख़ुसर से पर्दा करना ही ज्यादा मुनासिब है और अगर फ़ित्ना का गुमान ग़ालिब हो तो पर्दा करना क़रीब वाजिब है
आला हज़रत अलैहिर्रहमह फ़रमाते हैं
ख़ुसर सास दामाद बहू उन सब से ना पर्दा वाजिब ना नादुरुस्त है, करना ना करना दोनों जाइज़ और ब हालते जवानी या एहतेमाले फ़ित्ना पर्दा करना ही मुनासिब
📗 फ़तावा रज़वियह जिल्द 9, सफ़ह 237,निस्फ़ अव्वल)
अल इन्तिबाह
लेकिन आज के इस फ़ित्ना परवर दौर में नौजवान सास को दामाद से और जवान ख़ुसर से बहू को पर्दा करना बहुत ही ज़रूरी है, और फ़ित्ना हो तो वाजिब नहीं, मगर क़रीब बवाजिब तो है ही
वरना नतीजतन वही होगा जैसा कि आजकल अखबारों की सुर्खियों में मुलाहिजा करते हैं, कि फलां जगह दामाद सास को भगा ले गया और फलां जगह बहू अपने ससुर से शादी करने के लिए तैयार है, इस तरह ना जाने कितने घर दुनिया ही में जहन्नम बन जाते हैं, और यह सब पर्दा न करने का दैन है
📔 औरतों के जदीद और अहम मसाइल सफ़ह 77--78)
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश
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