सवाल क्या शौहर का नाम लेने से निकाह टूट जाता है
अल जवाब नहीं शौहर का नाम लेने से निकाह बिल्कुल नहीं टूटता है हां यह है कि बे ज़रूरत शौहर का नाम लेना यह ख़िलाफ़े अदब और मकरूह है, जैसा कि बाप को नाम लेकर पुकारना मकरूह व ख़िलाफ़े अदब है
अल्लामा इब्ने आबिदीन शामी फ़रमाते हैं
ويكره ان يدعوالرجل اباه وان تدعو المراة زوجها باسمه
📘 दुर्रे मुख़्तार जिल्द 9 सफ़ह 599)
बहारे शरिअत में है
बाप को उसका नाम लेकर पुकारना मकरूह है कि यह अदब के ख़िलाफ़ है इसी तरह औरत को यह मकरूह है कि शौहर का नाम लेकर पुकारे
📚 बहारे शरिअत हिस्सा 16 सफ़ह 256)
अल इन्तिबाह👇🏿
बअ्ज़ जाहिलों में यह मशहूर है कि औरत अगर शौहर का नाम ले ले तो निकाह टूट जाता है यह ग़लत है, शायद इसे इसलिए गढ़ा हो कि तलाक़ हो जाएगी इस डर से शौहर का नाम ना लेगी
📔 औरतों के जदीद और अहम मसाइल सफ़ह 160---161)
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश
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