📖सवाल फ़िरिश्ते क्या चीज़ हैं
जवाब फ़िरिश्ते इन्सान की तरह एक मख़लूक हैं लेकिन वह नूर से पैदा किए गए हैं। न वह मर्द हैं। न औरत हैं न कुछ खाते हैं न कुछ पीते हैं। जितने काम खुदा ए तआला ने उनके सुपुर्द किया है उसी में लगे रहते हैं। कुछ फ़िरिश्ते बंदों का अच्छा बुरा अमल लिखने पर मुकर्रर हैं जिनको किरामन कातिबीन कहा जाता है । कुछ फ़िरिश्ते कब्र में मुर्दों से सुवाल करने पर मुक़र्रर हैं जिनको मुनकर नकीर कहा जाता है, और कुछ फ़िरिश्ते हुजूर अलैहिस्सलातु वस्सलाम के दरबार में मुसलमानों के दुरुद व सलाम पहुंचाने पर मुकर्रर हैं, उनके अलावा और भी बहुत से काम हैं जो फ़िरिश्ते अंजाम देते रहते हैं। उनमें चार फ़रिश्ते बहुत मशहूर हैं👇
नं.1.अव्वल हज़रते जिबरील अलैहिस्सलाम जो अल्लाह तआला के अहकाम पैगम्बरों तक पहुंचाते थे
नं.2.दूसरे हज़रते इसराफील अलैहिस्सलाम जो क़ियामत के दिन सूर फूकेंगे
नं.3.तीसरे हज़रते मीकाईल अलैहिस्सालाम जो पानी बरसाने और रोज़ी पहुंचाने पर मुक़र्रर हैं
नं.4.और चौथे हज़ते इज़राईल अलैहिस्सलाम जो लोगों की जान निकालने पर मुक़र्रर हैं
जो शख्स यह कहे फ़िरिश्ते कोई चीज़ नहीं या ये कहे के फ़िरिश्ता नेकी की कुव्वत का नाम है तो वह काफिर है।
📚बहारे शरीअत) लेखक ख़लीफ़ा ए हुज़ूर आलाहज़रत हुज़ूर सदरुश्शरीअह अमजद अली आज़मी रज़वी क़ादरी रज़ीअल्लाहू तआला अन्हुमा
📗अनवारे शरीअत)
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश
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