सवाल वह कौन-कौन अशख़ास हैं जिनसे निकाह करना हराम और वह कौन-कौन हैं कि जिन से परदा करना दुरुस्त नहीं, यानी करना और ना करना बराबर है
अल जवाब पर्दा करना सिर्फ़ उनसे दुरुस्त नहीं जो औरत पर नसब की वजह से हमेशा हमेश के लिए हराम हों, किसी सूरत में भी उनसे निकाह मुमकिन ना हो
आला हज़रत अलैहिर्रहमह फ़रमाते हैं
पर्दा सिर्फ़ उनसे ना दुरुस्त हैं, जो बा सबब नसब के औरत पर हमेशा हमेश को हराम हों और कभी किसी हालत में उनसे निकाह नामुमकिन हो जैसे बाप दादा नाना भाई भतीजा भांजा चचा मामू बेटा पोता नवासा इनके सिवा जिनसे निकाह कभी दुरुस्त है अगरचे फ़िलहाल नजाइज़ हो जैसे बहनोई, जब तक बहन जिंदा है, या चचा, मामू, खाला, फूफी के बेटे या जेठ देवर इनसे परदा वाजिब है और जिन से निकाह हमेशा को हराम है, कभी हलाल नहीं हो सकता मगर वजहे हुरमत अलाक़ा ए नसब नहीं बलके अलाक़ा ए रज़ाअत हैं, जैसे दूध के रिश्ते से बाप दादा नाना भाई भतीजा भांजा चचा मामू बेटा पोता नवासा परदा करना है, या अलाक़ा ए सहर हो जैसे खुसर, सास, दामाद बहू इन सबसे ना पर्दा वाजिब है ना नादुरुस्त है करना ना करना दोनों जाइज़ और बाहालते जवानी या एहतेमाले फ़ित्ना पर्दा करना ही मुनासिब खुसूसन दूध के रिश्ते में कि आवाम के खयाल में इसकी है हैबत बहुत कम होती है जिनसे निकाह हराम है
📚 फ़तावा रज़वियह जिल्द 09 सफ़ह 237 निस्फ़ अव्वल)
✍️कत्बा अल अबद ख़ाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रिज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्ला अलैहि बस स्टैंड किशनपुर यूपी
एक टिप्पणी भेजें