मस्जिद के अन्दर अगरबत्ती जलाना कैसा है


सवाल मस्जिद के अन्दर अगरबत्ती जलाना कैसा है जवाब इनायत करें?

जवाब मस्जिद में अगरबत्ती जलाने में कोई ह़रज नहीं है इसलिए के उसके जलाने से मक़सद खुश्बू का लेना होता है ये दुरुस्त है हां मगर जैसा के कुछ ऐसी अगरबत्ती होती हैं जिन की खुश्बू अजीब क़िस्म की होती है जिस की खुश्बू इंसान को भी नागवार गुज़रती है तो उसका जलाना जाइज़ नहीं इसलिए के हर वो चीज़ जिस में ऐसी बू हो जो लोगों को नागवार गुज़रे उसे मस्जिद में ले जाना या खा कर उस में जाना हरगिज़ जाइज़ नहीं और चूंके मस्जिद के अन्दर माचिस जलाने से उस की भी बू आयेगी इस सूरत में मस्जिद के बाहर अगरबत्ती जला कर मस्जिद में लगा सकता है ह़दीस शरीफ में है के

हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फरमाया जो उस बदबूदार दरख़्त लहसुन,प्याज़ से खाए वो हमारी मस्जिद के क़रीब हरगिज़ न आए के मलाइका को उस चीज़ से तकलीफ होती है, जिस से आदमी को तकलीफ होती है

📚सही बुखारी शरीफ ह़दीस 853/7359)📚सुनन अबी दाऊद जिल्द 3 ह़दीस 3822📚मिशकात शरीफ जिल्द 1 ह़दीस 736)

अज़ क़लम 🌹 खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)

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