खाना खाने वाले को सलाम करना कैसा


सवाल जो शख़्स कुछ खा, पी, रहा हो उसे सलाम करना कैसा है, अगर कोई सलाम कर लिया तो वह फ़ौरन जवाब दे या खाने के बाद

अल जवाब जो शख़्स ख़ाना फ्रूट (Froot) बिस्किट वगैरह खा रहा हो तो अगर अभी उसके मुंह में लुक़्मा है तो सलाम ना करे और अगर ऐसे को किसी शख़्स ने सलाम कर लिया तो उसे इख़्तियार है चाहे फ़ौरन जवाब दे या बाद में और जो चाय या पानी वगैरह पी रहा हो उसे सलाम करने में हर्ज नहीं, कि वह जवाब देने से आजिज़ नहीं

दुर्रे मुख्तार में है

يكره على عاجز عن الرد حقيقة كاكل ولو سلم لا يستحق الثواب

📚 दुर्रे मुख़्तार जिल्द 9 सफ़ह 90-मुलख़सन)

इस इबारत से मालूम हुआ कि जो जवाब देने से आजिज़ नहीं उसे सलाम करने में हर्ज नहीं, लेकिन अगर खाने वाले के मुंह में लुक़्मा है और वह चबा रहा है तो जवाब देने से आजिज़ है, ऐसे शख़्स को सलाम करना मकरूह है, और सवाब भी ना मिलेगा

जैसा के रद्दुल मोहतार में है

قو لهم كاكل ظاهره ان ذلك مخصوص بحال وضع اللقامة في الفم والمضغ و اما قبل و بعد فلا يكره لعدم العجز

📚 रद्दुल मोहतार जिल्द 9 सफ़ह 590)

और बहारे शरीयत में है

लोग खाना खा रहे हों उस वक़्त कोई आया सलाम ना करे, हां अगर यह भूका है और जानता है कि उसे वह लोग खाने में शरीक करेंगे तो सलाम कर ले यह उस वक़्त है के खाने वाले के मुंह में लुक़्मा है और वह चबा रहा है कि उस वक़्त वह जवाब देने से आजिज़ है

📚 बहारे शरिअत जिल्द 03 सफ़ह नः 461)

अज़ क़लम 🌹 खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)

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