सवाल एक सवाल है के जैसे कोई औरत नापाकी की ह़ालत में मर गई तो क्या उसको डबल गुस्ल दिया जायेगा एक नापाकी का फिर दूसरा मरने के बाद वाला?
जवाब एक ही गुस्ल काफी है चाहे जितनी नापाकी जमां हो जाए, मसलन औरत को हैज़ आया अभी न नहाई थी के सोहबत किया अभी गुस्ल करने न पाई थी के मर गई एक ही गुस्ल दिया हो तो गुसल हो जायेगा खुलासा ये के हर नापाकी का गुस्ल अलग अलग देने की कोई ज़रुरत नहीं, बस एक ही गुस्ल काफी है
📚इरफ़ाने शरीयत सफह नः 10
अज़ क़लम 🌹 खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)
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