ईदुल अज़हा की नमाज़ पढ़ने का तरीका
पहले इस तरह नियत करें
नियत की मैंने 2 रकअ़त नमाज़ वाजिब ईदुल अज़हा की 6 तकबीरों के साथ अल्लाह तअ़ाला के लिये पीछे इस इमाम के मुंह मेरा काअ़बा शरीफ़ की तरफ़
फिर कानों तक हाथ उठायें और अल्लाहु अकबर कहकर हाथ बांध लें
फिर सना पढ़ें
फिर 2 बार हाथ उठायें और अल्लाहु अकबर कहकर हाथ छोड़ दें
तीसरी बार फिर हाथ उठायें और अल्लाहु अकबर कहकर हाथ बांध लें
इसके बाद इमाम साहब क़िरत रुकू सजदे वग़ैरह से फारिग़ होकर दूसरी रकअ़त अल्हम्दु और सूरत के साथ मुकम्मल करेंगे
इमाम साहब के क़िरत से फारिग़ होने के बाद 3 बार अल्लाहु अकबर कहते हुये कानों तक हाथ ले जायें और किसी बार हाथ न बांधें
चौथी बार बग़ैर हाथ उठाये अल्लाहु अकबर कहते हुये रुकू में जायें और बाक़ी नमाज़ दूसरी नमाज़ों की तरह पूरा करें
सलाम फेरने के बाद ख़ुत्बे सुनें और दुअ़ा मांगें
ऐैसा ही बहार ए शरीअत व दीगर कुतुब मे भी तहरीर है फक़्त वस्सालाम
✍🏻 अज़ क़लम 🌹 खाकसार ना चीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)
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