नमाज़ मै लंगोट बांधने का मसला ?
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कुछ लोग समझते है कि पैजामा या तेहबंद (लुंगी) के अंदर लंगोट बांधकर नमाज़ पढ़ने से नमाज़ नहीं होती ये उनकी ग़लतफहमी है, लंगोट बांधकर नमाज़ पढ़ने से नमाज़ मै कोई कमी नहीं आती अलबत्ता इतना ज़रूर ध्यान दें कि वो इतना कसा हुआ या टाइट बंधा हुआ न हो कि रूकू और सजदे मै और क़ायदे मै बैठने पर परेशानी हो
📚 (फ़तावा मरकज़ी फैज़ुर्रसूल, जिल्द 1, सफ़्हा 252, इरफ़ाने शरीअत, सफ़्हा 4)
📚 (ग़लत फेहमियां और उनकी इस्लाह, सफ़्हा न. 46)
✍🏻 अज़ क़लम 🌹 खाकसार ना चीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)
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