सवाल
औरतों को रेशमी कपड़ा पहनना कैसा है जबकि मर्दों के लिए हराम है
अल जवाब
औरतों को रेशमी कपड़ा पहनना जाइज़ है, अगरचे ख़ालिस रेशम हो,
हदीस शरीफ़ में है
तिरमिज़ी, व निसाई ने अबू मूसा अशअरी रज़िअल्लाहू तआला अन्ह से रिवायत की के नबी ए अकरम सल्लल्लाहू तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया,
सोना और रेशम मेरी उम्मत की औरतों के लिए हलाल है, और मर्दों पर हराम,
📚 निसाई शरीफ़, किताबुज़्ज़ीनत, बाब तहरीमुज़्ज़हाब अलर्रजुल, सफ़ह 721)
और बहरुर्राइक़ में है,
حرام للرجل لا للمر اةلبس الحرير الا قدر اربع اصابع،،
📚 जिल्द 8, सफ़ह 367)
और हुज़ूर सदरुश्शरिअह अलैहिर्रहमतू वर्रिज़वान तहरीर फरमाते हैं,
औरतों को रेशम पहनना जाइज़ है अगरचे ख़ालिस रेशम हो, उसमें सूत की आमेज़िश (मिलावट) ना हो,
मर्दों के कपड़ों में रेशम की गोट चार अंगुल तक की जाइज़ है, उससे ज्यादा ना जाइज़, यानी उसकी चौड़ाई तक हो लंम्बाई का शुमार नहीं,
📚 बहारे शरिअत जिल्द 3, सफ़ह 411)
📔 औरतों के जदीद और अहम मसाइल, सफ़ह 35/36)
✍🏻 अज़ क़लम 🌹 खाकसार ना चीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)
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