ग्रुप रज़ा कमेटी सेमरबारी दुदही कुशीनगर
सवाल
क्या सूरज गहन और चांद गहन के वक्त हामिला औरत पर कुछ असर मूर्तीब होते हैं
साईल मोहम्मद अली (कर्नाटक)
जवाब
सूरज गहन और चांद गहन के वक्त हमल वाली औरतों को चाकू वगैरह से काटना नहीं चाहिए और ऐसे वक्त में बैठना और सोना भी नहीं चाहिए यह खयाल बातिल और गलत है जैसा कि
हजरत अल्लामा मुफती मुनिबुर रहमान साहब किब्ला तहरीर फरमाते हैं
कि यह ख्याल शरअन बिल्कुल बातिल और गलत है कि सूरज या चांद गहन के मौका पर ख्वातीन बिलखुसुस हामिला ख्वातीन पर कोई असर मूर्तीब हैं या उन्हें उस वक्त चलते फिरते रहना चाहिए (सोना नहीं चाहिए) इन तो हमात की शरअन कोई हैसियत नहीं. हां ख्वातीन को भी चाहिए की नमाज जिक्र तौबा व इसतिगफार और तस्बिह व तहमीद में मशगूल रहे
📚 (तफहीमुल मसाईल जिल्द 6 सफा 47)
✍🏼 अज़ क़लम . मेराज अहमद मिस्बाही मदीनतुल उलमा घोसी
✍🏻 हिंदी ट्रांसलेट मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)
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