✿➺ सुवाल
औरत अगर हैज़ या निफास से पाक हो जाए फिर उसे बजू या गुसल करने के लिए पानी मुयस्सर ना हो तो क्या वो नमाज़ पढ़ सकती है?
❀➺ जवाब
अगर तयम्मुम की शराइत पाई जाए तो, पानी ना होने पर हैज़ वाली औरत नमाज़ के लिए तयम्मुम करे
📗बहारे शरीअत जिल्द:1, सफा:352, पर है औरत हैज़ निफास से पाक हुई और पानी पर कादिर नही तो तयम्मुम करे
📚ह़वाला पर्दादारी, सफा नं.59
✒️मौलाना अब्दुल लतीफ नईमी रज़वी क़ादरी बड़ा रहुवा बायसी पूर्णियाँ बिहार
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