✿➺ सुवाल
क्या हैज़ वाली औरत मस्जिद जा सकती है?
❀➺ जवाब
नही जा सकती, क्यूंकी नापाकी की हालात मे मस्जिद मे जाना मर्द और औरत दोनो को हराम है
➺ बहारे शरीअत मे मस्जिद के आदाब बयान करते हुए फरमाते है...हैज़ वा निफास वाली औरत को मस्जिद की छत पर (भी) जाना हराम है क्यूंकी वो भी मस्जिद ही के हुक्म मे है।```
📔बहारे शरीअत, जिल्द:1 सफा:645
➺ जिस के बदन पर नजासत (गंदगी) लगी हो उसे मस्जिद मे जाना मनआ है।
📔दुरै मुख्तार, जिल्द:2, सफा:517
➺ बच्चा और पागल जिनसे गंदगी का ख़तरा हो, मस्जिद लाना हराम है।
📔बहारे शरीअत, जिल्द:1, सफा:645
📚ह़वाला पर्दादारी, सफा नं.48
✒️मौलाना अब्दुल लतीफ नईमी रज़वी क़ादरी बड़ा रहुवा बायसी पूर्णियाँ बिहार
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